Friday, April 2, 2010

CID Shayari

जहाँ जहाँ मैं गया, साथ में तेरा साया था
जहाँ जहाँ मैं गया, साथ में तेरा साया था...

ACP प्रद्युमन - "दया, ज़रा पता करो, क़त्ल की रात यहाँ कौन कौन आया था."

No comments:

Post a Comment