Sunday, April 4, 2010

CID Shayari

ठंडी हवा चल रही है काले बादल छाए हैं
ठंडी हवा चल रही है काले बादल छाए हैं....

दया says - "दरवाज़ा खोलो मैडम, हम CID से आये हैं!!"

No comments:

Post a Comment